प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपना 75वां जन्मदिन मनाएंगे. पीएम के जन्मदिन से पहले कांग्रेस नेता उदित राज ने बड़ा बयान दिया है. उदित राज ने कहा, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 17 सितंबर को अपने 75वें जन्मदिन पर इस्तीफा दे देंगे. उदित राज ने पीएम के जन्मदिन को लेकर कहा, उम्मीद है कि प्रधानमंत्री मोदी कल इस्तीफा दे देंगे क्योंकि 75 साल पूरे हो गए हैं. यही आयु सीमा उन्होंने अन्य नेताओं के लिए निर्धारित की थी.
पिछले कुछ वर्षों में, विपक्ष लगातार पीएम के रिटायरमेंट को लेकर निशाना साधता रहा है, जिसे 2019 के चुनाव से पहले केंद्रीय मंत्री अमित शाह की उस टिप्पणी से बल मिला है जिसमें उन्होंने कहा था कि पार्टी 75 वर्ष से अधिक उम्र के उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारेगी. हालांकि, इसी के बाद अब जहां कांग्रेस 75 साल की उम्र में पीएम के रिटायरमेंट की बात कर रही है. वहीं, दूसरी तरफ जुलाई में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा था कि जब आप 75 वर्ष के हो जाते हैं, तो इसका मतलब है कि आपको अब रुक जाना चाहिए. उनके इसी बयान को लेकर निशाना साधा जाता है. हालांकि, अगस्त में मोहन भागवत इस बात को साफ कर चुके हैं कि मैंने कभी किसी को नहीं कहा कि 75 साल में रिटायर हो जाना चाहिए.
रिटायरमेंट एज को लेकर साधा निशाना
नरेंद्र दामोदरदास मोदी का जन्म 17 सितंबर, 1950 को गुजरात के मेहसाणा नामक छोटे से कस्बे में हुआ था. वो लगातार तीन कार्यकाल (2001-14) तक राज्य के मुख्यमंत्री रहे और अब 2014 के बाद से तीसरी बार प्रधानमंत्री हैं. 25 जुलाई को, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने पूछा कि क्या मोदी 75 साल की उम्र में रिटायर होंगे, जैसा कि आरएसएस ने सुझाव दिया है.
खड़गे ने कहा, अब वो [प्रधानमंत्री] 75 साल पूरे कर रहे हैं. वो कब रिटायर होंगे? यह मुद्दा भी हमारे सामने है. क्या वह जाएंगे? मोदी जी ने सबको निकाल दिया. उन्हें देश से कोई लेना-देना नहीं है. उन्हें बस अपनी कुर्सी की चिंता है. खड़गे ने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के जुलाई के दिए गए 75 साल की उम्र में नेताओं के रिटायर होने संबंधी बयान का हवाला देते हुए कहा कि इसी नियम का हवाला देते हुए मोदी ने लालकृष्ण आडवाणी और मुरली मनोहर जोशी जैसे वरिष्ठ बीजेपी नेताओं को हटा दिया था.
मोहन भागवत ने रिटायरमेंट को लेकर क्या कहा?
नागपुर में 9 जुलाई को दिवंगत आरएसएस विचारक मोरोपंत पिंगले को समर्पित एक पुस्तक विमोचन समारोह में बोलते हुए भागवत ने कहा था कि जब आप 75 वर्ष के हो जाते हैं, तो इसका मतलब है कि आपको अब रुक जाना चाहिए और दूसरों के लिए रास्ता बनाना चाहिए.
इसी के बाद राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रम के आखिरी दिन संघ प्रमुख मोहन भागवत ने 75 साल में रिटायरमेंट को लेकर जवाब दिया. इस पर भागवत ने कहा कि मैंने कभी नहीं कहा कि किसी को 75 साल में रिटायर हो जाना चाहिए.
मोहन भागवत से पूछा गया था कि क्या भारतीय नेताओं को 75 साल की उम्र में रिटायर हो जाना चाहिए. इस पर उन्होंने कहा, मैंने ये कभी नहीं कहा कि (75 साल की उम्र में) मुझे या किसी और को रिटायर हो जाना चाहिए. संघ में स्वयंसेवक होने के नाते हमें कुछ जिम्मेदारी दी जाती है, चाहे हम चाहें या ना चाहें. ऐसे में अगर मेरी 80 साल की उम्र भी हो जाती है और संघ कहे कि जाओ शाखा चलाओ तो मुझे इसके लिए जाना होगा.
“2029 तक नेतृत्व करेंगे PM”
वहीं, दूसरी तरफ अमित शाह ने मई 2023 में स्पष्ट किया कि बीजेपी के संविधान में रिटायरमेंट का कोई प्रावधान नहीं है. उन्होंने कहा, मोदी जी 2029 तक नेतृत्व करते रहेंगे. रिटायरमेंट की अफवाहों में कोई सच्चाई नहीं है.
तथाकथित 75 साल की उम्र में रिटायरमेंट के नियम पर, केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह ने भी कहा था, ऐसा कभी तय नहीं हुआ. आप मोटे अक्षरों में लिख सकते हैं कि ऐसा कोई फैसला नहीं लिया गया.




